mercoledì 30 maggio 2012

चाहे जो तुझे पूरे दिल से ...मिलता है वो बडी मुश्किल से..

Pokhara, Agosto 2009
Ed è proprio vero, ogni  importantissimo momento.....


हर घडी बदल रही हैं रूप ज़िन्दगी छाँव् है कभी ..कभी है धूप ज़िन्दगी हर पल यहाँ ज़ी भर ज़ियो जो है समाँ कल हो हो -2

चाहे जो तुझे पूरे दिल से ...मिलता है वो बडी मुश्किल से..
ऐसा जो कही है ..बस वही सबसे हसीन है .
उस हाथ को तुम थाम लो वो मेहरबान कल हो हो
हर पल यहाँ ज़ी भर ज़ियो जो है समाँ कल हो हो 


पलको के लेके साये पास जो कोई आये.. लाख सम्हालो पागल दिल को दिल धड्के ही जाये -2
पर सोच लो इस पल है जो वो दास्तान कल हो हो
हर घडी बदल रही हैं रूप ज़िन्दगी छाँव् है कभी ..कभी है धूप ज़िन्दगी हर पल यहाँ ज़ी भर ज़ियो जो है समाँ कल हो हो -2


हर पल यहाँ ज़ी भर ज़ियो जो है समाँ कल हो हो
जो है समाँ कल हो ना हो

जो है समाँ कल हो ना हो

Nessun commento: